अब उसी आग में हम शामो-सहर जलते हैं.
- राजन सरहदी
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ये महंगाईज़दा बच्चे हैं शायद
खिलोने देखकर मचले नहीं हैं.
- असद रज़ा
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हम कफसवालों को इतना तो बता दे कोई
क्या ये सच है के गुलिस्तां में बहार आई है?
- कंवर महेंद्र सिंह बेदी
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आप क्या हमको सिखायेंगे शराफत का सबक
हमने विरसे में बुजुर्गों से शराफत ली है.
- अरफान परभनवी
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हद से आगे न गुजर पेशे-नजर रख अंज़ाम
जितनी चादर है तेरी पांव भी उतना ही फैला.
- अरफ़ान परभनवी
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सूरज का जो गरूर है टूटेगा एक दिन
ज़र्रों की आबोताब बढ़ाते हुए चलो.
- तरब मेरठी
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बहुत लाजवाब शेर हैं सभी ...
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